Share Market kya hai ? शेयर market क्यों जरुरी है?

हमारे भारत देश में 95% से ज्यादा लोग कभी शेयर market में इन्वेस्ट नहीं करते, क्यूंकि उन्हें ये तो पता है
की इसमें बहुत ज्यादा फायदा है आप रातो रातो अमीर बन सकते हो लेकिन उन्हें ये भी डर होता है
की हमारे सारे पैसे डूब जायेंगे, और दूसरी बात ये भी है की उन्हें शेयर market के बारे में पूरी
जानकारी नही होती या उन्हें कोई बताने वाला नही होता की Share Market kya hai और शेयर market में
कैसे इन्वेस्ट करें ?

अगर पूरी जानकारी के बिना ही आप इन्वेस्ट करोगे तो ब्रोकर के पास जाना पड़ेगा जो आपसे बहुत मोटी
रकम ले लेते है. तो अगर आप भी उन लोगो में से है जिन्हें इन्वेस्ट करना है तो आपको ये सबके बारे में पता होना चाहिए.

आपको बता दें की अगर आप ज्यादा रिस्क नही ले सकते तो आपको Mutual Funds में इन्वेस्ट
करना चाहिए क्यूंकि इसमें प्रोफेशन लोगों के द्वारा आपके पैसे को इन्वेस्ट किया जाता है और शेयर
मार्केट में आपको खुद पैसा इन्वेस्ट करना होता है जिससे रिस्क बहुत ज्यादा बढ़ जाता है.

Share Market kya hai:-

Stock Market और Share Market या फिर Equity Market इन तीनो का एक ही मतलब होता है
आप किसी कंपनी के शेयर खरीद सकते हो या बेच सकते हो. सरल भाषा में समझाऊ तो किसी कंपनी
में कुछ परसेंट हिस्सेदारी खरीदना ही शेयर कहलाता है , और जो व्यक्ति किसी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदता है
उसे शेयरहोल्डर या फिर स्टॉक होल्डर कहा जाता है. मान लो आपने रिलायंस कंपनी में 20% शेयर्स खरीदें,
तो आप भी रिलायंस कंपनी के थोड़े से मालिक बन गये हो, अब रिलायंस कंपनी को जितना फायदा या नुकसान
होगा वो आपको भी मिलेगा.

अगर किसी कंपनी को बहुत ज्यादा फायदा होता है तो आपके शेयर्स की कीमत भी बढ़ जाती है और
आप market में ज्यादा भाव में बेचकर पैसा कम सकते हो. लेकिन अगर उसको बहुत ज्यादा नुकसान
हुआ तो आपकी शेयर्स की कीमत जीरो हो जाती है और इससे आपका पूरा पैसा डूब जाता है. अब वह
कंपनी कोई भी हो सकती है जैसे ट्रांसपोर्ट, टेलिकॉम आदि.

अब आपके मन में सवाल आना चाहिए की कोई कंपनी किसी भी व्यक्ति को पार्टनर क्यूँ बनाएगी,
क्यूंकि पार्टनर बनाने का मतलब है की आप भी उस कंपनी के हक़दार बन चुके हो. इसका जबाब आगे वाले पॉइंट में है.

शेयर market क्या है:-

मान लो कोई कंपनी है उसको अपना बिसनेस बड़ा करना है या और नई ब्रांच खोलनी है तो इसका लिए
उसको बहुत सारा पैसा चाहिए होगा, तो कंपनी क्या करती है आप और हम जैसे लोगो को बोलती है
की हमारी कंपनी में पैसा लगाओ मतलब कुछ परसेंट शेयर खरीदों. अब वो उस कंपनी के ऊपर है की
एक शेयर की कीमत कितनी रखती है, किसी कंपनी में पैसा लगाना या उसके शेयर्स खरीदने को ही
शेयर market कहा जाता है.
अगर आपके पास रखे शेयर की कीमत बढती है तो आप उनको किसी को बेच भी सकते हो,
जिससे आपको डबल फायदा होता है.

नोट:- एक कंपनी के हर शेयर की कीमत बराबर होती है. अगर कंपनी की वैल्यू एक लाख है तो एक
रूपए के एक लाख शेयर भी बना सकती है या फिर 50 पैसे के दो लाख शेयर भी बना सकती है लेकिन सब बराबर होंगे.

शेयर market का इतिहास:-

शेयर मार्केट की शुरुवात करीब 400 साल पहले हुई थी जब Dutch East India Company थी
ये कंपनी आज Netherlands में है, उस ज़माने में लोग जहजो के द्वारा ट्रांसपोर्ट किया करते थे उस समय
दुनिया का नक्सा पूरा नही था, इसलिए ये कंपनी दुसरे देशों की तलाश में हजारो किलोमीटर जाती थी,
जाहिर सी बात है इसमें बहुत सारे पैसो की जरूरत होती थी जो उस समय एक इन्सान के पास नही होते थे,
तो इन्होने सबको बोला की आओ हमारे जहाजो में पैसा लगाओ.

ताकि हम जब जायेंगे दुसरे देशो की तलाश में तो हमें कुछ खजाना मिलेगा और उसका कुछ परसेंट आप
सबको मिल जायेगा, लेकिन उस समय ये काम बहुत रिस्की था क्यूंकि कभी कभी जहाज टूट जाया करते थे
या फिर उनको लुट लिया जाता था, तो उनका पूरा पैसा डूब जाता था, लेकिन इसके बारे Inverters ने
सोचा की पूरे पैसे एक जहाज में लगाना बेवकूफी है क्यूंकि अगर उसको कुछ होगा तो सारे पैसे डूब जायेंगे
इसलिए उन्होंने थोड़े थोड़े सब जहाजो में लगाना शुरू कर दिया ताकि कोई एक जहाज तो आएगा.

तो ये कहीं न कहीं एक शेयर market बन गया जिसमे लोग पैसा लगाते थे और उसका कुछ परसेंट उनको
बापस मिल जाता था. और देखते ही देखते Dutch East India Company सबसे अमीर बन गई थी
उस टाइम पर, और आज लगभग सभी देशों में शेयर मार्केट में पैसा लगाया जाता है.

Stock Exchange ?

स्टॉक एक्सचेंज वो जगह है जहाँ से लोग कंपनी के शेयर खरीदते और बेचते है अब इसको 2 भाग में बंटा जा सकता है,

1. Primary Market
2. Secondary Market

शेयर मार्केट क्या है शेयर market क्यों जरुरी है

1. Primary Market(प्राइमरी मार्केट)

दोस्तों ये मार्केट वो है जहां कंपनी खुद आकर अपने शेयर बेचती है, वो उनके हाथ में होता है की उनके
शेयर की कीमत कितनी होगी. अब कंपनी खुद अपने शेयर बेच रही है इसके दो कारण हो सकते है पहला,
उसको अपना बिसनेस बड़ा करना है या नई ब्रांच खोलनी है तो उसे पैसे की जरूरत है या फिर कोई नई कंपनी है
और उसको स्टॉक एक्सचेंज में खुद को रजिस्टर्ड करवाना है. अगर कोई कंपनी नई है तो उसे हम
Initial Public Offering(IPO) कहेंगे. क्यूंकि नई कंपनी को कम से कम 50 शेयर होल्डर चाहिए होते है
खुद को स्टॉक एक्सचेंज/शेयर मार्केट में रजिस्टर्ड करवाने के लिए.

2. Secondary Market(सेकेंडरी मार्केट)

प्राइमरी मार्केट से शेयर खरीदने के बाद अगर आप उन शेयर्स को अपने पास रखना नही चाहते हो आप उन्हें
बेच भी सकते हो जिसे हम सेकेंडरी मार्केट कहते है, ये ज्यादर तब होता है जब किसी के शेयर की वैल्यू बढ़
जाती है तो उसको ज्यादा कीमत में बेच देते है. इसमें किसी भी कंपनी का कोई हाथ नही होता, ये वेसा ही है
जैसे हम मार्केट से कुछ खरीद कर लाये और हमें पसंद नही आये तो हमने किसी और को बेच दिया.

यही पर शेयर की डिमांड और सप्लाई को लेकर शेयर की वैल्यू ऊपर निचे होती रहती है.

India Stock Exchange?

लगभग हर बड़े देशों में उनका खुद का स्टॉक एक्सचेंज होता है जैसे इंडिया में 2 बड़े स्टॉक एक्सचेंज
market है.
1. Bombay Stock Exchange जिसमे लगभग 5400 बड़ी कंपनियां रजिस्टर्ड है.
2. National Stock Exchange जिसमे लगभग 1700 से ज्यादा कंपनियां रजिस्टर्ड है.

अब इतनी सारी कंपनी रजिस्टर्ड है और हमें देखना है की सारे कंपनी के स्टॉक प्राइस निचे जा रहे है या ऊपर
तो इसको नापने के लिए बने है Nifty और Sensex

Sensex क्या है ?

Sensex, Bombay Stock Exchange की सबसे टॉप 30 कंपनी को दिखाता है की उनके शेयर
की कीमत ऊपर जा रही है या फिर निचे, ये एक एवरेज वैल्यू दिखाता है. Sensex का फुल फॉर्म Sensitivity Index होता है

Nifty क्या है ?

ऐसे ही Nifty है, National Stock Exchange की टॉप 50 कंपनी के शेयर की वैल्यू को दिखाता है
उपर जा रही है या फिर निचे, ये दो शब्द से मिलकर बना है, NATIONAL+ FIFTY

शेयर market क्यों जरुरी है ?

शेयर मार्केट बहुत बड़ी भूमिका निभाता है किसी भी कंपनी को आगे बढ़ने के लिए खासकर अगर कंपनी
नई है तो, इससे आपको और कंपनी दोनों को बहुत फायदा होता है. आप शेयर मार्केट में शेयर खरीद
भी सकते हो और बेच भी सकते हो लेकिन बेचने वाला शेयर्स को अपने पास ज्यादा टाइम के लिए नही रख
सकता उसकी वैल्यू कम हो सकती हा लेकिन अगर आपने शेयर्स खरीदें है तो लम्बे समय के लिए रख सकते हो.

आप किसी भी कंपनी में लम्बे समय तक के लिए शेयर्स खरीद कर बहुत अच्छा पैसा बना सकते हो
क्यूंकि इसमें रिस्क कम हो जाता है.

Conclusion:-

दोस्तों अगर आप शेयर खरीदना चाहते हो तो विशेष ध्यान रखे क्यूंकि बहुत से ब्रोकर आपको बेवकूफ
बनाकर जीरो वाले शेयर की भी मोटी रकम ले लेते है, इसलिए इसमें इतना रिस्क होता है क्यूंकि इसमें
सब कुछ आपको खुद को देखना होता है, Mutual Funds जैसा काम इसमें नही होता.

मुझे पूरी उम्मीद है अब आपको बहुत अच्छे से समझ आ गया होगा की Share Market kya hai, और
Stock Exchange, India Stock Exchange, Sensex क्या है,
और Nifty क्या है? अगर आपको इस पोस्ट से कुछ सिखने को मिला है तो इसे अपने दोस्तों को भेजो
ताकि सबको पता चले Share Market kya hai? पूरी पोस्ट पढने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद…

 

4 thoughts on “Share Market kya hai ? शेयर market क्यों जरुरी है?”

    • Is app Se commodities Mein Investment Ho jati?

  1. Hi my name is rajveer I need a Job As Content Writer Reply In Comment If Job is Available

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