दोस्तों आज मैं बात करूंगा की Docker kya hai | Main Function of Docker? तथा डॉकर कैसे इस्तेमाल करते है, डॉकर के बारे में बात करना इसलिए भी जरूरी हो जाता है क्यूंकि अगर आप सोफ्टवेयर डेवलपर हो तो यह आपको बहुत अच्छे से पता होगा की कभी कभी खुद का बनाया हुआ सॉफ्टवेयर आपके कंप्यूटर में रन करता है।
लेकिन जब इसको क्लायंट या किसी कंपनी को देते है तो कभी कभी वह उनके कंप्यूटर में वर्क नहीं करता ऐसे में आपके पास क्लायंट क्यों आएंगे, क्यूंकि कंपनी किसी भी ऐसे बंदे को हायर क्यों करना चाहगी जिसके सॉफ्टवेयर ही ढंग से रन नहीं करते हो।
इसलिए सॉफ्टवेयर डेवलपर तथा जो भी बड़ी बड़ी एप्लीकेशन बनाते है उनके लिए बनाया गया डॉकर, हमारी इस पोस्ट के माध्यम से आपको डॉकर के बारे में सब कुछ और बहुत ही सरल भाषा में जानने को मिलेगा। इसलिए आज की इस पोस्ट Docker kya hai | Main Function of Docker? को बहुत ही ध्यान से पढ़े।
Docker kya hai?
डॉकर एक ऐसा कंपोनेंट है जो किसी भी कंप्यूटर में इंस्टॉल होकर किसी भी एप्लिकेशन के लिए महत्वूर्ण रिसोर्सेस देने का काम करता है, डॉकर से होता यह है की आपके एप्लिकेशन के लिए कैसा एन्वायरमेंट चाहिए यह डॉकर उसी कमी को पूरी करके किसी भी बड़े एप्लिकेशन को बहुत सी स्मूथली रन करने में मदद करता है।
1. डॉकर एक ऐसा टूल है जिसे किसी भी एप्लीकेशन को आसानी तथा डिप्लॉय तरीके से चलाने के लिए बनाया गया
2. डॉकर किसी भी अन्य टूल जैसे वर्चुअल मशीन इनके मुकाबले बहुत लाइट वेट है तथा यह होस्ट ओएस को इस्तेमाल करता है।
3. इसे अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल करने के लिए आपको बहुत ज्यादा रैम की जरूरत नहीं होती है।
डॉकर की जरूरत क्यों पड़ी?
मान को आप एक सॉफ्टवेयर डेवलपर हो और आप कोई बहुत बड़ा गेम डेवलप किया है अब गेम बड़ा है इसलिए आपको पता होगा की मैंने कितने सारे कोड इसमें डाले है तथा कोई भी गेम या फिर बड़े बड़े एप्लीकेशन बनाने के लिए हमें वर्चुअल स्टूडियो की जरूरत होगी है जिसमे कोड रन करते है,
जैसे आपके पास जावा होना चाहिए और भी कई सारे टूल होते है जो आपने कंप्यूटर में होना बेहद जरूरी है, अब आपने वह गेम डेवलप करके उसको टेस्ट किया तथा रिज़ल्ट यह आया की वह गेम बहुत सही तरीके से रन हो रहा है लेकिन जब आपने उसको कंपनी या किसी क्लायंट को या किसी टीम को दिया तो,
कभी कभी ऐसा होता है कि आपने गेम डेवलप कर लिया तथा आपने कंप्यूटर में अच्छे से रन हो रहा है लेकिन कंपनी के कंप्यूटर में रन नहीं होती तथा वह लोग ये बोलते है कि आपके कोड्स या गेम में कुछ कमी है, लेकिन कमी उनके कंप्यूटर में होती है क्यूंकि जो भी रिसोर्सेस तथा टूल उस गेम को रन करने के लिए जरूरी है
वह कंपनी के कंप्यूटर में नहीं होते, तो बिना उस टूल्स के कोई सॉफ्टवेयर कैसे रन करेगा और इसलिए कभी कभी आपको रेजेक्ट भी कर दिया जाता है। इन्हीं सभी प्रॉबलम का हल लेकर आया डॉकर,
डॉकर एक ऐसा टूल है जिसे कंप्यूटर में इंस्टॉल करने के बाद आपको कोई और एक्सटर्नल टूल को इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं होती इसमें ही सब कुछ मैनेज हो जाता है इसलिए आज कल बड़ी बड़ी कंपनियों के पास डॉकर होता है क्यूंकि यह एक सबसे बराबर है और सारे काम कर देता है।
Docker में मुख्य फंक्शन कौन से होते है?
डॉकर में मुख्य 3 फंडामेंटल कंपोनेंट होते है आइए अब इसके बारे में चर्चा करते हैं।
डॉकर फाइल एक डॉकर इमेज को बनाती है और इस इमेज के अंदर सारे प्रोजेक्ट कोड होते है जिनका इस्तेमाल आगे किया जाता है।
आप उस इमेज को रन करवा सकते है जिससे यह होगा की कई सारे और प्रोजेक्ट कोड या रिसोर्सेस क्रिएट हो जाएंगे।
यह इमेज बनने के बाद आप इसको डॉकर हब पर अपलोड कर सकते है, डॉकर हब पर इमेज अपलोड होने के बाद कोई भी उस इमेज को लेकर अपना खुद का कंटेन भी बना सकता है, इससे एक डॉकर इमेज को ज्यादा लोग इस्तेमाल कर सकते है।
डॉकर का उदाहरण
आपको डॉकर के उदाहरण को भी आज समझना चाहिए ताकि आपको इस टॉपिक को और भी ज्यादा आसानी से समझ सके।
सबसे पहले आप डॉकर फाइल बनाते है जिसमे आप उसको यह बताते है की मेरे सॉफ्टवेयर के लिए कौन सा टूल चाहिए तथा किस ऑपरेटिंग सिस्टम में काम करेगा तथा सॉफ्टवेयर से रिलेटेड भी कई सारे कोड उसमे होते है, इन सभी को एक फाइल में बांध दिया जाता है जिसे डॉकर फाइल कहा जाता है।
अब इस डॉकर फाइल को गिट रेपो में पुश कर दिया जाता है इसके बाद उसको जेंकिंस जो की एक कंटिन्यू इंटेग्रेशन टूल है उसमे पाइप लाइन क्रिएट करते है तथा उस पाइप लाइन का जो पहला काम होता है वह होता है गिट रेपो से आपके सारे रिसोर्सेस लेकर उसे टेस्ट करना इसके बाद,
टेस्ट करने के बाद उसका स्टेजिंग किया जाता है और सब कुछ सही रहा तो फिर उसका प्रोडक्शन किया जाता है।
निष्कर्ष
दोस्तों मुझे पूरी उम्मीद है आज की मेरी इस पोस्ट Docker kya hai | Main Function of Docker? तथा डॉकर कैसे इस्तेमाल करते है इससे आपको नया सीखने को मिला होगा, तथा मैंने पूरी कोशिश की है कि मैं आपको बहुत सरल तरीके से समझा सकूं क्यूंकि इससे आसान भाषा में आपको कहीं और कोई नहीं समझाएगा।
बेसिकली डॉकर को इसलिए इस्तेमाल किया जाता है क्यूंकि हर एक के कंप्यूटर में अलग अलग टूल होते है लेकिन जिस टूल का इस्तेमाल करके आपने कोई सॉफ्टवेयर बनाया है यह जरूरी नहीं की वह टूल्स भी दूसरे के पास उपलब्ध होंगे और यही पर समस्या होने लगती है, आपका सॉफ्टवेयर रन नहीं होता जिससे दिक्कत होने लगती है।
इसी प्रोबेल को दूर करने के लिए डॉकर बनाया गया, मुझे उम्मीद है अब आपको अच्छे से समझ में आ गया होगा तथा अगर आपके इस पोस्ट से जुड़े कोई सुझाव या कोई सवाल है तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर पूछे। इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।