कंप्यूटर केबल का पूरा ज्ञान? कंप्यूटर में कितनी केबल लगती है?

मुझे नहीं लगता है कंप्यूटर केबल का पूरा ज्ञान आपको हमारे आर्टिकल से अच्छा आज कहीं
मिलेगा, कंप्यूटर में जितनी भी केबल लगती है तथा डिस्प्ले में कौन सी केबल लगती है आज यह सब
आपको पता चलने वाला है, इसके साथ यूएसबी कितने प्रकार कि होती है यह भी जानकारी इस पोस्ट से मिलेगी।

कंप्यूटर चलाने का शौक तो लगभग सभी को रहता है लेकिन शुरुवात में हम इसकी केबल पर इतना
ज्यादा ध्यान नहीं देते इसलिए हमे बाद में दिक्कत होने लगती है। वैसे तो इसमें कई सारी केबल होती
है लेकिन हमे इसे 1 या 2 बार में ही लगाना सा जाता है।

सभी केबल का अपना अलग अलग काम होता है हालांकि अगर आप लैपटॉप यूजर है तो आपको
केबल के झंझट से झुटकारा मिल जाता है लेकिन डेस्कटॉप यूजर को यह जरूर पता होना चाहिए।

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एचडीएमआई

एचडीएमआई का फुल फॉर्म “हाई डेफिनेशन मल्टीमीडिया इंटरफेस” होता है। पहले जो वीजीए और डीवीआई केबल थी वह सिर्फ वीडियो सिग्नल को ट्रांसमिट करने के किए बनी होती थी लेकिन एचडीएमआई में वीडियो और ऑडियो दोनों ही सिग्नल एक साथ ट्रांसमिट हो सकते है।

इसलिए एचडीएमआई एक हाई क्वालिटी वीडियो स्टैंडर्ड बन गया है, यह एक डिजिटल सिग्नल होता है जो सिर्फ नए डिवाइस को सपोर्ट करते है। पुराने डिवाइस में एनालॉग सिग्नल का इस्तेमाल होता था इसलिए उनमें वीजीए और डीवीआई केबल का इस्तेमाल किया जाता है।

एचडीएमआई केबल के प्रकार:-

1. टाइप ए:- यह केबल काफी ज्यादा पॉपुलर है क्यूंकि इसमें 19 पिन्स इसके मेल हेड पर होती है तथा यह सिंगल लिंक डीवीआई डी के साथ कंपैटिबल होता है।

2. टाइप बी:- यह टाइप ए से बड़ा होता है क्यूंकि इसके मेल हेड में 29 पिंस होती है तथा यह डुअल
लिंक डीवीआई-डी के साथ कंपैटिबल होता है।

3. टाइप सी:- इसमें अक्सर 19 पिंस देखने को मिलती है तथा यह ज्यादातर कैमकॉर्डर तथा
डिजिटल कैमरे के साथ कंपैटिबल होता है।

4. टाइप डी:– इस केबल में भी 19 पिंस होती है तथा यह माइक्रो यूएसबी जैसा ही दिखता है, अक्सर इसका इस्तेमाल फोन और टैबलेट वगेरह में ज्यादा किया जाता है।

5. टाइप ई:- इस प्रकार की केबल आकार में काफी बड़ी होती है तथा इनमें लॉकिग मैकेनिज्म भी होता है और यह अक्सर ऑटोमेटिव एप्लिकेशन में इस्तेमाल किए जाते है।

यूएसबी

यूएसबी का फुल फॉर्म “यूनिवर्सल सीरियल बस” होता है। इस केबल का दुनिया में सबसे ज्यादा
उपयोग होता है चाहे कंप्यूटर हो या स्मार्टफोन हर फील्ड में इसका इस्तेमाल किया जाता है जैसे कीबोर्ड, माउस, फ़्लैश ड्राइव, वायरलेस आडप्टर
आदि। चलिए अब बात करते है यूएसबी के कितने प्रकार होते है।

1. यूएसबी 1.0:- यह केबल डाटा का ट्रांसमिशन लगभग 1.5 एमबी कि स्पीड से कर सकती है।

2. यूएसबी 2.0:- इस प्रकार की केबल का ट्रांसमिशन की स्पीड 60 एमबी तक हो सकती है
तथा यह ज्यादातर पूराने डिवाइस में ही ज्यादा कंपैटिबल होते है।

3. यूएसबी 3.0:- इस केबल में डाटा का ट्रांसमिशन 625 एमबी कि स्पीड से किया जा सकता है।

4. यूएसबी 3.1:- इसकी स्पीड पुरानी केबल से कहीं ज्यादा है इसमें डाटा ट्रांसमिशन की स्पीड
1.25जीबी तक हो सकती है तथा यह आजकल मार्केट में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। इस केबल का इस्तेमाल लगभग सभी फोन में
किया जाता है।

5. यूएसबी 3.2:-

इसमें डाटा ट्रांसमिशन की स्पीड 2.5 जीबी तक हो सकता है तथा यह एक यूएसबी सी टाइप
केबल है जो अब न्यू डिवाइस के साथ ज्यादा देखने को मिलती है।

6. यूएसबी 4.x:- हालंकि इस केबल का इस्तेमाल आज इतना ज्यादा नहीं होता क्यूंकि यूएसबी 3.2
और 3.1 से आज बहुत ज्यादा अच्छा काम हो जाता है लेकिन उसका इस्तेमाल आने वाले कुछ सालों में जरूर होगा।

ऐसा इसलिए क्योंकि इस केबल कि स्पीड लगभग सभी केबल के मुकाबले कहीं ज्यादा है और यह यूएसबी सी टाइप के साथ ज्यादा कंपैटिबल हो सकता है तथा इसकी स्पीड 5 जीबी पर सैकंड हो सकता है।

अगर आप किसी दूसरे कंपनी का अदापटर और दूसरी कंपनी कि केबल इस्तेमाल करते है तो इससे आपको स्पीड पर बहुत फर्क पड़ सकता है इसलिए आपको हमेशा सेम कंपनी के प्रोडक्ट ही इस्तेमाल करने को कहा जाता है।

डिस्प्ले पोर्ट

जैसा कि इसके नाम से ही समझ में आ रहा है कि इसका इस्तेमाल कंप्यूटर को मॉनिटर में जोड़ने के लिए किया जाता है, अब ऐसा करने के लिए मार्केट में कई सारी केबल आती है लेकिन कुछ वीजीए और डीवीआई केबल केबल होती है जो सिर्फ पूराने डिवाइस में ही इस्तेमाल किए जाते है।

एचडीएमआई और डिस्प्ले पोर्ट केबल दोनों में ही एक साथ ऑडियो और वीडियो का ट्रांसमिशन
किया जा सकता है तथा इन्हे वीजीए और डीवीआई केबल को हटाने के लिए भी बनाया गया था क्यूंकि
दिक्कत ये थी कि पहले ऑडियो और वीडियो को केबल अलग अलग लगानी होती थी इसलिए इन केबल का निर्माण किया गया।

इसके भी कई सारे टाइप होते है लेकिन लगभग सभी डिस्प्ले पोर्ट इनके डिवाइस के साथ कंपैटिबल
होते है, हालंकि इसमें सिर्फ स्पीड में फर्क आता है। डिस्प्ले पोर्ट एचडीएमआई तथा यूएसबी अदप्टर
डिवाइस के साथ कंपैटिबल होते है।

थंडरबोल्ट केबल

इस केबल को डिज़ाइन ही इस तरह से किया गया था कि एक्सटर्नल डिवाइस को कंप्यूटर से कनेक्ट
किया जा सके। थंडरबोल्ट1 और थंडरबोल्ट 2 केबल में एक जैसा ही कनेक्टर इस्तेमाल किया
जाता है जैसा मिनी डिस्प्ले पोर्ट में किया जाता है।

थंडरबोल्ट 3 केबल में भी यूएसबी टाइप सी जैसा ही कनेक्टर इस्तेमाल किया जाता है तथा यह यूएसबी डिवाइस के साथ ज्यादा कंपैटिबल होता है।

वीजीए

वीजीए का फुल फॉर्म “वीडियो ग्राफिक्स अराय” होता है, वीजीए केबल कंप्यूटर मॉनिटर में इस्तेमाल होने वाली सबसे पुरानी केबल में से है इसे 1980 में बनाया गया था। यह एक अनालोग केबल है लेकिन दुनिया लगातार आगे बढ़ती गई तथा डिजिटल होती गई इसलिए इस केबल का इस्तेमाल समय के साथ धीरे धीरे कम होता चला गया।

अगर आपका कंप्यूटर 5-6 साल पुराना है तो उसमे वीजीए केबल हो सकती है, वीजीए केबल में अक्सर 15 पिंस होती है।

डीवीआई

डीवीआई का फुल फॉर्म “डिजिटल विजुअल इंटरफेस”। 2000 के दशक में यही वो समय था
जब बहुत सारे इन्वेशन हो रहे थे इसलिए तभी डीवीआई से वीजीए तरह जाने का सिलसिला बढ़ने लगा। इन्हीं कुछ सालों में टेक्नोलॉजी एनालॉग से
डिजिटल कि तरफ पढ़ने लगी थी।

उस समय एलसीडी ही एक सबसे बड़ी डिजिटल डिस्पले हुआ करती थी जो अंत में जाकर वीडियो
फार्मेट का स्टैंडर्ड बन गई, इसलिए आज आपको मैक्सिमम एलसीडी और एलईडी ही देखने की मिलती है। इसके भी कुछ प्रकार होते है
जो आपको जानना काफी जरूरी है।

1. डीवीआई – ए:- यह सिर्फ एनालॉग सिग्नल को ही ट्रांसमिट कर सकता है।

2. डीवीआई – डी:- नए डिवाइस में यह केबल डिजिटल सिग्नल ट्रांसमिट कर सकती है।

3. डीवीआई – आई:- इस तरह कि केबल दोनों तरह के सिग्नल को ट्रांसमिट करने के लिए बनी होती है।

आईडीई

आईडीई का फुल फॉर्म “इंटेग्रेटेड ड्राइव इलेक्ट्रॉनिक” होता है, आईडीई केबल का इस्तेमाल स्टोरेज डिवाइस को मदरबोर्ड में कनेक्ट करने के लिए किया जाता था हालंकि यह पूराने कंप्यूटर में ज्यादा देखने को मिलता था अब इसका इतना इस्तेमाल नहीं होता क्यूंकि इसकी स्पीड थोड़ी स्लो है।

साटा केबल

साटा केबल का फुल फॉर्म “सीरियल एडवांस्ड टेक्नोलॉजी अटैचमेंट” होता है। जो एक दम लेटेस्ट हार्ड ड्राइव मार्केट में आ रही है लगभग सभी आईडीई कि वाजाय साटा केबल को सपोर्ट करते है यह इसलिए क्यूंकि साटा केबल में ट्रांसफर स्पीड बहुत ज्यादा मिलता है।

ऐसा नहीं है कि हार्ड ड्राइव ही कंपेटिबल होना चाहिए, यह तो आपको भी पता होगा कि किसी भी
कंप्यूटर का दिमाग उसका मदरबोर्ड कहलाता है इसलिए साटा केबल मदरबोर्ड के साथ कंपेटिबल होना बहुत जरूरी है।

ई साटा

इसका पूरा नाम एक्सटर्नल साटा केबल है तथा यह साटा केबल कि तरह ही काम करती है इसका काम
भी हार्ड ड्राइव में ही आता है इसमें इतना फर्क है कि यह एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव को कंप्यूटर में जोड़ने के
काम आती है।

इसके द्वारा आप एक्सटर्नल हार्ड डिस्क, एक्सटर्नल ऑप्टिकल ड्राइव। ई साटा का चलन अब इसलिए
कम हो गया है क्यूंकि अब मार्केट में यूएसबी आ गई है और यूएसबी की मदद से एक्सटर्नल हार्ड डिस्क
को और ज्यादा आसानी से कंप्यूटर में जोड़ा जा सकता है।

इथरनेट

इथरनेट का ज्यादातर इस्तेमाल मॉडम तथा राउटर को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है इसके ही साथ आप इस केबल से दो कंप्यूटर को आपस में जोड़ सकते है। अब मार्केट में तरह तरह कि इथरनेट केबल भी आने लगी है किसी कि स्पीड कम है किसी कि ज्यादा लेकिन सबका काम करने का तरीका एक जैसा है।

निष्कर्ष

मुझे यह था कंप्यूटर केबल का पूरा ज्ञान। मुझे पूरी उम्मीद है यह पोस्ट आपके लिए बहुत लाभदायक रही होगी इस पोस्ट में जितने भी कंप्यूटर में केबल इस्तेमाल कि जाती है जो आपको जानना बहुत जरूरी है हमने सब बताया है।

जो भी कंप्यूटर चलाता है यह पोस्ट उसके लिए बहुत काम आएगी इसलिए इस पोस्ट को आप
जरूर शेयर करें, अगर किसी भी केबल के बारे में आपका कोई सवाल या किसी भी प्रकार का सुझाव
है तो हमें कॉमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताए।

हमें आपके सवालों के जवाब देने में बेहद खुशी होती है मुझे उम्मीद है कि मैंने काफी सरल तरीके से
आपको समझाया होगा, बाकी अंत तक पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद।

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